अच्छे दोस्त बहुत कम मिलेगे
दुनिया में बहुत गम मिलेगे,
सच मानो, अच्छे दोस्त बहुत कम मिलेगे.
जिस मोड़ पे सब छोड़ देगे साथ तुमारा,
दोस्त उसी मोड़ पे खड़े हम मिलेगे।
जिस मोड़ पे सब छोड़ देगे साथ तुमारा,
दोस्त उसी मोड़ पे खड़े हम मिलेगे।
दिल की गलियों मे कोई गम न हो,
हमारी यह दोस्ती कभी कम न हो.
बस यही दुआ कि तुम खुश रहो,
क्या पता हम अगर कल हो न हो.
...रवि
7 comments:
दुनिया में बहुत गम मिलेगे,
सच मानो, अच्छे दोस्त बहुत कम मिलेगे.
जिस मोड़ पे सब छोड़ देगे साथ तुमारा,
दोस्त उसी मोड़ पे खड़े हम मिलेगे।
"wow, very right , great"
चाहे हो दोस्त कम,
बस दोस्ती में हो दम,
क्या कर लेंगे गम,
जब मिलकर लड़ेंगे हम
भावपूर्ण और सार्थक पंक्तियाँ...बहुत अच्छा लिखा आपने.
नीरज
वाह
बहुत ही भावभीनी रचना.
उम्दा और बेहतरीन.
बहुत सही लिखा है।
दुनिया में बहुत गम मिलेगे,
सच मानो, अच्छे दोस्त बहुत कम मिलेगे.
वाह! आनन्द आ गया.
वाह रवि जी एक सच्चाई बयां की हे आपने साभार अच्छी कविता के लिए
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