Wednesday, July 23, 2008

मेरी आँखों मे


मेरी आँखों मे

क्या कहूँ मुझे वो कितना प्यारा है,
जैसे चमकता चाँद आसमान पर,
जैसे झिलमिलाता तारा है,
मुझे वो इतना प्यार है.
निढाल कर दे जब समुंद्र की लहरे,
लगे मुझको वो किनारा है,
मुझे वो इतना प्यारा है.
टूट जाती है हर एक आस,
तो वोही लगता आखिरी सहारा है,
मुझे वो इतना प्यारा है.
जब भी लाये कोई गम मेरी आँखों मे आँसू ,
फिर मेरे लिये एक वोही खुशी का सहारा है.

...Ravi
'Mere Khwabon me'
http://mere-khwabon-me.blogspot.com/

2 comments:

seema gupta said...

'behtreen"

रश्मि प्रभा... said...

लिखने की शैली बहुत ही सुन्दर है,
मैं ईमेल id दे दूंगी......