आँखें बंद कर लेना
जब दिल हो उदास
बस आँखें बंद कर लेना
और न हो कोई पास
तो खुद से तुम कह देना
बस आँखें बंद कर लेना
देखो तुम यूँ न रोना
अपनी प्यारी आँखें को
आंसू में न डुबोना
जब भी आये किसी कि याद
बस आँखें बंद कर लेना
समझता हैं कोई तुमारा हाल
नज़र नहीं आता पर होता हैं मन् के पास
तुम उस को अपना दर्द बता देना
बस आँखें बंद कर लेना
...रवि
3 comments:
जब दिल हो उदास
बस आँखें बंद कर लेना
बहुत सुन्दर भाव,ओर सुन्दर कविता के लिये धन्यवाद
meine aapka blog dekha sari kavitayen pasand aai. achcha or saja blog hai aapka
समझता हैं कोई तुमारा हाल
नज़र नहीं आता पर होता हैं मन् के पास
तुम उस को अपना दर्द बता देना
बस आँखें बंद कर लेना
"nicely composed"
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