Saturday, August 02, 2008

आँखें बंद कर लेना

आँखें बंद कर लेना


जब दिल हो उदास
बस आँखें बंद कर लेना
और न हो कोई पास
तो खुद से तुम कह देना
बस आँखें बंद कर लेना
देखो तुम यूँ न रोना
अपनी प्यारी आँखें को
आंसू में न डुबोना
जब भी आये किसी कि याद
बस आँखें बंद कर लेना
समझता हैं कोई तुमारा हाल
नज़र नहीं आता पर होता हैं मन् के पास
तुम उस को अपना दर्द बता देना
बस आँखें बंद कर लेना



...रवि

3 comments:

राज भाटिय़ा said...

जब दिल हो उदास
बस आँखें बंद कर लेना
बहुत सुन्दर भाव,ओर सुन्दर कविता के लिये धन्यवाद

shelley said...

meine aapka blog dekha sari kavitayen pasand aai. achcha or saja blog hai aapka

seema gupta said...

समझता हैं कोई तुमारा हाल
नज़र नहीं आता पर होता हैं मन् के पास
तुम उस को अपना दर्द बता देना
बस आँखें बंद कर लेना
"nicely composed"